वस्तु एवं सेवा कर नेटवर्क (GSTN) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए GSTR-9 (वार्षिक रिटर्न) और GSTR-9C (रिकंसिलिएशन स्टेटमेंट) दाखिल करने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न) की एक महत्वपूर्ण सूची जारी की है। 12 अक्टूबर 2025 से GST पोर्टल पर GSTR-9/9C दाखिल करने की सुविधा शुरू होने के बाद, इन FAQs में करदाताओं के सामने आने वाले कई तकनीकी और व्यावहारिक मुद्दों पर स्पष्टीकरण दिया गया है।
वार्षिक रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2025 है, और करदाताओं को सलाह दी जाती है कि वे अंतिम समय की भीड़ से बचने के लिए जल्द ही तैयारी शुरू कर दें।
प्रमुख FAQs और FY 2024-25 के लिए मुख्य बदलाव
GSTN ने इन FAQs के माध्यम से कई संरचनात्मक और रिपोर्टिंग परिवर्तनों को स्पष्ट किया है, खासकर इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) के संबंध में:
1. GSTR-9/9C कब इनेबल होगा?
- जवाब: GSTR-9 और GSTR-9C भरने की सुविधा तभी इनेबल होगी जब करदाता ने FY 2024-25 के लिए सभी मासिक/त्रैमासिक GSTR-1 (बिक्री विवरण) और GSTR-3B (समरी रिटर्न) दाखिल कर दिए हों। यदि कोई भी GSTR-1 या GSTR-3B रिटर्न लंबित है, तो GSTR-9 इनेबल नहीं होगा।
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2. ITC रिपोर्टिंग में सबसे बड़ा बदलाव (GSTR-2B लिंकेज)
- GSTR-2A से GSTR-2B: FY 2024-25 से GSTR-9 की तालिका 8A अब GSTR-2A के बजाय GSTR-2B से ऑटो-पॉपुलेट होगी। यह सुनिश्चित करेगा कि करदाता को केवल वही ITC दिखाया जाए जो तय समय-सीमा के भीतर उपलब्ध था।
- तालिका 6A1 (नया): GSTR-9 में एक नई तालिका 6A1 जोड़ी गई है। यह ITC की रिपोर्टिंग को सुव्यवस्थित करती है। इसमें पिछले वित्तीय वर्ष (FY 2023-24) का वह ITC शामिल होगा, जिसे FY 2024-25 में नियत समय-सीमा के भीतर क्लेम किया गया है।
- तालिका 6A2: यह चालू वर्ष का शुद्ध ITC दर्शाती है (6A में से 6A1 को घटाकर)।
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3. ITC का दावा, रिवर्सल और पुनः दावा (Reclaim)
GSTN ने ITC के दावा (Claimed), रिवर्सल (Reversed) और पुनः दावा (Reclaimed) की रिपोर्टिंग को स्पष्ट किया है:
| स्थिति | FY 2024-25 की GSTR-9 में रिपोर्टिंग |
| दावा: ITC का पहली बार दावा | तालिका 6B में रिपोर्ट करें |
| रिवर्सल: ITC का रिवर्सल | तालिका 7 (उप-तालिकाओं 7A से 7H में कारण के अनुसार) में रिपोर्ट करें |
| पुनः दावा: नियम 37/37A के कारण रिवर्स ITC का पुनः दावा (उसी वर्ष में) | तालिका 6H में रिपोर्ट करें |
| पुनः दावा: अन्य कारणों से रिवर्स ITC का पुनः दावा (उसी वर्ष में) | तालिका 6B में पुनः दावा राशि शामिल करें |
4. ITC का अंतर-वर्षीय समायोजन
- पिछले वर्ष का ITC जो FY 2024-25 में क्लेम किया गया: GSTR-9 की तालिका 6A1 में रिपोर्ट किया जाएगा।
- चालू वर्ष का ITC जो FY 2025-26 में क्लेम किया जाएगा: GSTR-9 की तालिका 8C में रिपोर्ट किया जाएगा (केवल पहली बार क्लेम किए गए ITC के लिए)।
5. GSTR-9C में प्रमुख बदलाव
- ई-कॉमर्स ऑपरेटर (Section 9(5)) आपूर्ति: GSTR-9C में अब ई-कॉमर्स ऑपरेटरों के माध्यम से की गई आपूर्ति को अलग से दर्शाने के लिए एक नई पंक्ति जोड़ी गई है, जिस पर कर का भुगतान ऑपरेटर द्वारा किया जाता है।
- अतिरिक्त देनदारी (Additional Liability) का भुगतान: GSTR-9C के रिकंसिलिएशन के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी अतिरिक्त देनदारी का भुगतान अब कैश (Cash) या ITC दोनों के माध्यम से किया जा सकता है। पहले केवल कैश मोड की अनुमति थी।
- विलंब शुल्क (Late Fee) की गणना: GSTR-9C में भी विलंब शुल्क के भुगतान के लिए एक नई तालिका 17 जोड़ी गई है। अब GSTR-9 और GSTR-9C दोनों पर लागू विलंब शुल्क की गणना GST पोर्टल द्वारा फाइलिंग की तारीख के आधार पर स्वतः की जाएगी।
करदाताओं के लिए महत्वपूर्ण सलाह
- रिटर्न की जांच: GSTR-9 दाखिल करने से पहले, यह सुनिश्चित करें कि FY 2024-25 के सभी मासिक GSTR-1 और GSTR-3B दाखिल कर दिए गए हैं।
- 2B से मिलान: ITC के लिए अपनी पुस्तकों का GSTR-2B के साथ गहनता से मिलान करें, न कि केवल GSTR-2A के साथ।
- ITC का विभाजन: ITC को पिछले वर्ष से संबंधित और चालू वर्ष से संबंधित भागों में ठीक से विभाजित करें ताकि नई तालिकाओं 6A1 और 6A2 में सही ढंग से रिपोर्ट किया जा सके।
- दस्तावेज़ीकरण: GSTR-9C (5 करोड़ रुपये से अधिक टर्नओवर वालों के लिए अनिवार्य) के लिए सभी ऑडिटेड खाते और सहायक दस्तावेज़ तैयार रखें।
यह FAQs सूची करदाताओं और GST पेशेवरों के लिए एक मार्गदर्शिका के रूप में कार्य करेगी ताकि वे FY 2024-25 की GSTR-9/9C फाइलिंग को बिना किसी त्रुटि के और समय पर पूरा कर सकें।


















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