भारत में AI Training Programs for Educators – शिक्षकों को अगली पीढ़ी का शिक्षक कैसे बनाया जा रहा है ?
भारत में शिक्षा के बदलते परिदृश्य के लिए, शिक्षकों को AI-सक्षम बनाना एक राष्ट्रीय प्राथमिकता बन गया है। शिक्षा मंत्रालय
भारत में शिक्षा के बदलते परिदृश्य के लिए, शिक्षकों को AI-सक्षम बनाना एक राष्ट्रीय प्राथमिकता बन गया है। शिक्षा मंत्रालय
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के आगमन के साथ, शिक्षा की दुनिया क्रांतिकारी बदलाव के दौर से गुज़र रही है, जहाँ शिक्षकों
आज के प्रगतिशील और टेक्नोलॉजी के युग में शिक्षा सिर्फ किताबों और ब्लैकबोर्ड तक सीमित नहीं रही। अब शिक्षा में
जब शिक्षा “स्मार्ट” हुई, तब मूल्य और भी ज़रूरी हो गए, आज के डिजिटल युग में शिक्षा सिर्फ किताबों तक
कुछ साल पहले तक “शिक्षक” का मतलब था — एक व्यक्ति जो ब्लैकबोर्ड पर लिखकर बच्चों को सिखाता है। लेकिन
AI सीखना अब सिर्फ टेक्निकल नहीं, करियर का भविष्य है, Artificial Intelligence यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता अब हर सेक्टर में प्रवेश कर
जहाँ विगत कुछ वर्षो तक कक्षाओं में पढ़ाई सिर्फ ब्लैकबोर्ड(Blackboard) और किताबों(Books) तक ही सिमित हुआ करती थी लेकिन आधुनिक
आज अगर आपको बैंक से लोन चाहिए, तो लंबी प्रक्रिया, डॉक्यूमेंट्स और अप्रूवल की जरूरत पड़ती है। लेकिन Web3 के
वर्तमान वित्तीय दुनिया दो भागों में बंटी हुई है CeFi (Centralized Finance) और DeFi (Decentralized Finance)। जहाँ CeFi में बैंक, एक्सचेंज
MetaMask एक multi-chain wallet है जो डिफॉल्ट रूप से सिर्फ कुछ ही Tokens दिखाता है (जैसे ETH, MATIC, BNB)। जब आप