● ऑपरेटिंग सिस्टम: कंप्यूटर का मैनेजर और मध्यस्थ
- ● परिभाषा: ऑपरेटिंग सिस्टम एक **सिस्टम सॉफ्टवेयर** है जो यूजर और कंप्यूटर हार्डवेयर के बीच एक **इंटरफ़ेस** (मध्यस्थ) का कार्य करता है।
- ● मुख्य कार्य: OS के मुख्य कार्य **मेमोरी प्रबंधन**, **प्रोसेस प्रबंधन**, **फ़ाइल प्रबंधन**, और **डिवाइस प्रबंधन** हैं।
- ● मेमोरी प्रबंधन: OS यह तय करता है कि किस प्रोसेस को **कितनी RAM** कब आवंटित (Allocate) करनी है और कब उससे वापस लेनी है।
- ● प्रोसेस प्रबंधन: यह CPU को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करता है ताकि **मल्टीटास्किंग** (एक साथ कई कार्य) संभव हो सके।
- ● उदाहरण: डेस्कटॉप के लिए **Windows, macOS, Linux** और मोबाइल के लिए **Android, iOS** प्रमुख ऑपरेटिंग सिस्टम हैं।
ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) किसी भी कंप्यूटर सिस्टम की आत्मा होती है। यह एक ऐसा सिस्टम सॉफ्टवेयर है जो उपयोगकर्ता और कंप्यूटर हार्डवेयर के बीच एक पुल या इंटरफ़ेस का कार्य करता है। जब आप कंप्यूटर को ऑन करते हैं, तो OS ही सबसे पहले लोड होता है और फिर सभी एप्लीकेशन (एप्लिकेशन) प्रोग्राम को रन करने का प्लेटफॉर्म प्रदान करता है।
OS के बिना, आपका कंप्यूटर हार्डवेयर का एक निष्क्रिय समूह मात्र है; यह न तो किसी इनपुट को समझ पाएगा और न ही किसी एप्लिकेशन को चला पाएगा।
ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रमुख कार्य (Functions of an OS)
एक ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर के संसाधनों (Resources) के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होता है ताकि सभी कार्य कुशलतापूर्वक और बिना किसी टकराव के पूरे हो सकें। इसके प्रमुख कार्य निम्नलिखित हैं:
1. मेमोरी प्रबंधन (Memory Management)
OS का प्राथमिक कार्य रैंडम एक्सेस मेमोरी (RAM) को नियंत्रित करना है। यह तय करता है:
- कौन सा प्रोग्राम मेमोरी के किस भाग में लोड होगा।
- किसी प्रोग्राम को कितनी मेमोरी चाहिए और कब उसे मेमोरी से हटाना है।
- मेमोरी के आवंटन (Allocation) और अनावंटन (De-allocation) को ट्रैक करना ताकि एक प्रोग्राम दूसरे के डेटा को ओवरराइट न करे।
कंप्यूटर के मूल सिद्धांत और प्रमुख घटक: एक विस्तृत मार्गदर्शिका
2. प्रोसेस प्रबंधन (Process Management)
प्रोसेस प्रबंधन का अर्थ है सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU) को प्रबंधित करना। प्रोसेस एक रनिंग प्रोग्राम होता है। OS यह तय करता है कि:
- CPU को किस प्रोसेस को कब और कितने समय के लिए आवंटित किया जाएगा (इसे शेड्यूलिंग कहते हैं)।
- यह सुनिश्चित करना कि CPU का उपयोग सभी चल रहे कार्यों के बीच न्यायसंगत रूप से हो सके, जिससे मल्टीटास्किंग (एक साथ कई प्रोग्राम चलाना) संभव हो सके।
3. डिवाइस प्रबंधन (Device Management)
OS कंप्यूटर से जुड़े सभी इनपुट/आउटपुट डिवाइस (जैसे कीबोर्ड, माउस, प्रिंटर, स्पीकर) को नियंत्रित करता है। यह प्रत्येक डिवाइस और उसके स्टेटस पर नज़र रखता है। यह कार्य डिवाइस ड्राइवर्स नामक विशेष सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जाता है।
4. फ़ाइल प्रबंधन (File Management)
यह OS का वह हिस्सा है जो कंप्यूटर की सेकेंडरी स्टोरेज (जैसे हार्ड ड्राइव) पर फ़ाइलों और फ़ोल्डरों को व्यवस्थित, संग्रहीत और पुनर्प्राप्त करने का काम करता है। यह तय करता है कि डेटा कैसे और कहाँ स्टोर किया जाएगा।
5. सुरक्षा (Security)
OS अनधिकृत पहुँच (Unauthorized Access) से डेटा और प्रोग्राम की सुरक्षा करता है। यह आमतौर पर पासवर्ड और एक्सेस नियंत्रण तंत्र (Access Control Mechanisms) का उपयोग करके किया जाता है।
ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार (Types of OS)
OS का वर्गीकरण उनके उपयोग के तरीके और क्षमता के आधार पर किया जाता है:
लोकप्रिय ऑपरेटिंग सिस्टम
- माइक्रोसॉफ्ट विंडोज (Microsoft Windows): दुनिया भर में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला डेस्कटॉप OS। यह अपने ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस (GUI) और उपयोग में आसानी के लिए जाना जाता है।
- मैकओएस (macOS): एप्पल के मैक कंप्यूटरों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया, जो अपनी सुरक्षा और डिजाइन के लिए प्रसिद्ध है।
- लिनक्स (Linux): एक ओपन-सोर्स OS जिसे मुफ्त में संशोधित और वितरित किया जा सकता है। सर्वर और वैज्ञानिक समुदाय में बहुत लोकप्रिय है।
- एंड्रॉइड (Android): गूगल द्वारा विकसित, यह दुनिया का सबसे लोकप्रिय मोबाइल OS है।
- आईओएस (iOS): एप्पल द्वारा विकसित, यह आईफोन और आईपैड के लिए विशिष्ट मोबाइल OS है।
संक्षेप में, ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर का आधार है। यह हार्डवेयर को नियंत्रित करता है, अनुप्रयोगों को चलाता है, और हमें उस इंटरफ़ेस को प्रदान करता है जिसका उपयोग हम कंप्यूटर के साथ बातचीत करने के लिए करते हैं।






















